Considerations To Know About sidh kunjika
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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
न सूक्तं नापि ध्यानं च, न न्यासो न च वार्चनम्।।
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
रात के समय ये पाठ ज्यादा फलदायी माना गया है.
ऐं-कारी सृष्टि-रूपायै, ह्रींकारी प्रतिपालिका।
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
अभक्ते नैव दातव्यं गोपितं रक्ष पार्वति ॥ १४ ॥
सरसों के तेल का दीपक है तो बाईं ओर रखें. पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश के आसन more info पर बैठें.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति सप्तमोऽध्यायः
कंट्रोवर्सी किंग हैं शाहरुख खान, कभी जेल की हवा खाई, तो कभी हुए बैन उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड